Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download: Unlock 7 Divine Strengths, 9 Devotions, and Inner Peace

Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download करके आप हनुमान की पवित्र कहानी को विस्तार से जान सकते हैं। हनुमान के पिता का नाम केसरी था और वे वानरों के राजा थे। माता अंजना एक देवी थीं, जो एक श्राप के कारण पृथ्वी पर वानर के रूप में जन्म ली थीं। जब हनुमान ने उनके पुत्र के रूप में जन्म लिया, तो वह श्राप समाप्त हो गया।

हनुमान को शिव का अवतार माना जाता है। भगवान वायु ने उन्हें अनंत शक्ति और कल्पनाशीलता का वरदान दिया था। इसलिए उन्हें वायुपुत्र कहा जाता है। ‘hanuman chalisa in hindi pdf download‘ इस शक्ति और बलिदान की कहानी को दर्शाता है, जो भक्तों को प्रेरित करती है।

Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download

हनुमान ने राम की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। सीता को रावण से बचाने के लिए हनुमान की सेवा अद्वितीय है। भक्ति और सेवा की इस महान कहानी को समझने के लिए ‘hanuman chalisa in hindi pdf download‘ तुरंत प्राप्त करें।

Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download Divine Blessings for All

दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निजमन मुकुरु सुधारि। बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
राम दूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।।
कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुण्डल कुँचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजे। कांधे मूंज जनेउ साजे।।
शंकर सुवन केसरी नंदन। तेज प्रताप महा जग वंदन।।
बिद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट रूप धरि लंक जरावा।।
भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये। श्री रघुबीर हरषि उर लाये।।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं।।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा। नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा। राम मिलाय राज पद दीन्हा।।
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना। लंकेश्वर भए सब जग जाना।।
जुग सहस्र जोजन पर भानु। लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
दुर्गम काज जगत के जेते। सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रच्छक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा। तिन के काज सकल तुम साजा।।
और मनोरथ जो कोई लावै। सोई अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु संत के तुम रखवारे।। असुर निकन्दन राम दुलारे।।
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुह्मरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै।।
अंत काल रघुबर पुर जाई। जहां जन्म हरिभक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई। हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।
सङ्कट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जय जय जय हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर कोई। छूटहि बन्दि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ हृदय महं डेरा।।
दोहा
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।

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Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download: A Journey of Faith, Strength, and Inspiration

हनुमान हिंदू पौराणिक कथाओं में सबसे प्रमुख देवता हैं। हनुमान रामायण में भगवान राम के सेवक, मित्र और भक्त के रूप में केंद्रीय भूमिका निभाते हैं।

हनुमान की माता अंजनादेवी के पिता का नाम केसरी था, जो वानरों के राजा थे। यदि यह जोड़ा वायु से प्रार्थना करता है, तो भगवान हनुमान उन्हें एक बच्चे का आशीर्वाद देंगे। बुरी आत्माओं को हराने के लिए भगवान हनुमान को वायु द्वारा पृथ्वी पर भेजा गया था। इसीलिए हनुमान को वायुपुत्र कहा जाता है।

बचपन में हनुमान सूर्य को फल समझकर आकाश में उड़ गए और उसे खाने का प्रयास किया। इसी समय इन्द्र ने हनुमान पर हीरे के अस्त्र से प्रहार किया। इससे क्रोधित होकर उन्होंने सांस लेना बंद कर दिया, जिसके लिए देवताओं ने माफी मांगी और हनुमान को वरदान दिया।

अपार शक्ति.
उड़ने की शक्ति.
किसी भी रूप में बदलने की क्षमता.
चिरंजीवित्व (लंबे समय तक जीवित रहना)।

जब हनुमान सुग्रीव की सेना में थे, तब राम की मुलाकात लक्ष्मण से हुई। उनकी दुर्दशा जानकर उन्होंने सुग्रीव के साथ मिलकर उनकी सहायता की।

हनुमान को पता चला कि सीतम्मा लंका में बंदी है और उन्होंने सीतम्मा को श्री राम की अंगूठी दी और उसे साहस दिया। उन्होंने रावण की सेना का सामना किया और लंका को जला दिया।

भगवान हनुमान श्री राम को लंका तक पहुंचाने के लिए समुद्र पर राम सेतु के निर्माण के लिए आवश्यक पत्थर लाए थे। राम-रावण युद्ध के दौरान जब लक्ष्मण मूर्छित हो गए तो हनुमान हिमालय से संजीवनी लाए थे। हनुमान ही राम की जीत का मुख्य कारण थे।

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हनुमान के गुण
भक्ति: भगवान राम के प्रति अपार भक्ति।
ताकत: शारीरिक और मानसिक ताकत.
सेवाभाव: त्याग का प्रतीक।
धैर्य : हर समस्या का साहस के साथ सामना करना।

पूजा एवं महत्व
हर मंगलवार और शनिवार को भगवान हनुमान की पूजा की जाती है।

प्रसिद्ध मंदिर:

हनुमान गढ़ी, उत्तर प्रदेश।
अंजनाद्रि पर्वत, कर्नाटक।
श्री हनुमान मंदिर, दिल्ली।

🙏जय श्रीराम! जय हनुमान! 🙏

Discover the Divine Origin and Power of Hanuman Chalisa Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download

When Was Hanuman Chalisa Written by Tulsidas? Discover Its Origin and Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download

हनुमान चालीसा 16वीं शताब्दी में प्रसिद्ध कवि तुलसीदास द्वारा लिखी गई थी। बहुत से लोग जानते हैं कि तुलसीदास ने रामायण को अवधी भाषा में ‘रामचरित मानस’ नाम से लिखा था। तब जब संस्कृत आम लोगों तक नहीं पहुंच पाई तो तुलसीदास ने चालीसा लिखी ताकि भक्त राम भक्ति को आसानी से समझ सकें।

Where Was Hanuman Chalisa Written? Discover Its Origin at Varanasi and Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download

हनुमान की कृपा से तुलसीदास ने वाराणसी में गंगा तट पर हनुमान चालीसा की रचना की।

Inspiration Behind Chalisa: Learn the Story of Tulsi Das and Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download

एक बार तुलसीदास के सामने एक बड़ी समस्या आ खड़ी हुई। उन्होंने हनुमान से प्रार्थना की कि उन्हें दैवीय सहायता की आवश्यकता है। हनुमान के प्रकट होने और अपने भक्त की मदद करने की एक कहानी है। इसी अनुभव से प्रभावित होकर उन्होंने श्री हनुमान चालीसा लिखी।

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Meaning of Hanuman Chalisa: Why It’s Named ‘Chalisa’ and Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download

चालीसा का मतलब 40 होता है. इस चालीसा को यह नाम इसलिए मिला क्योंकि इसमें कुल 40 छंद हैं।

Significance of Hanuman Chalisa: A Symbol of Ram Bhakti and Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download

भक्तों का मानना ​​है कि हनुमान चालीसा राम भक्ति का प्रतीक है और भक्त इस चालीसा को पढ़कर प्रसन्न होते हैं। इसे अंग्रेजी में “भक्ति काव्य” कहा जाता है, लेकिन इसका अर्थ भक्तों के दिलों को छू जाता है।

The Spiritual Journey of Tulsi Das and the Power of Hanuman Chalisa – Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download

इस चालीसा में हनुमान की शक्ति, चाल, भक्ति और उनके पवित्र कार्यों का विस्तार से वर्णन किया गया है। हर श्लोक में एक छिपा हुआ अर्थ होता है।

Powerful Hanuman Chalisa Verses to Solve Life’s Problems – Hanuman Chalisa in Hindi PDF Download

भक्तों का मानना ​​है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से जीवन की परेशानियां दूर हो जाती हैं। इसकी प्रत्येक पंक्ति शक्तिशाली ध्वनियों से बनी है जो मन को शांत करती है और नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकलने से रोकती है।

  1. डर, मन की शांति के लिए
  • पंक्ति: “भूत प्रीत मत निकलो, महावीर जब नाम शरनि।”
  • परिणाम: इस श्लोक को दिन में 11 बार पढ़ने से डर और बुरे सपनों से छुटकारा मिलता है।
  • ध्यान दें: रात को सोने से पहले दीपक जलाकर इस श्लोक का पाठ करें।
  1. स्वास्थ्य समस्याओं के लिए**
  • पंक्ति: “नासै रोग है सब पीरा, जपत अखंड हनुमत वीरा।”
  • परिणाम: यह श्लोक स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए उपयोगी है।
  • ध्यान दें: शनिवार या मंगलवार को हनुमान मंदिर में जाकर गुड़ और मूंगफली चढ़ाएं।

3. विश्वास के लिए

  • पंक्ति: “जया हनुमान ज्ञान गुण सागर, जया कपिशा तिहु लोक विजाना।”
  • निष्कर्ष: यह श्लोक आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उपयोगी है।
  • ध्यान दें: इस श्लोक को प्रतिदिन सूर्योदय के समय पढ़ें।

4. आर्थिक समस्याओं के लिए

  • पंक्ति: “लाया संजीवन लखना जी, श्री रघुवीरा हरसी उरले।”
  • परिणाम: वित्तीय समस्याओं से छुटकारा पाने में यह बहुत मददगार है।
  • ध्यान दें: मंगलवार के दिन हनुमान जी को माला चढ़ाएं और इस श्लोक का 21 बार पाठ करें। 5. व्यावसायिक मुद्दों के लिए
  • पंक्ति: “अतुलित बलधामा, राम के दूत, पवनसुत नामा, अंजनी के पुत्र।”
  • परिणाम: यह श्लोक व्यापार में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है।
  • ध्यान दें: हनुमान के सामने निरजंन दिखाएं और इस श्लोक को आध्यात्मिक मंत्र के रूप में पढ़ें।
  1. शत्रुओं से सुरक्षा हेतु
  • पंक्ति: “अपनी प्रतिभा को मार डालो और फिर, तीनोम लोका हांका ते कंपनी।”
  • प्रभाव: यह श्लोक शत्रुओं से सुरक्षा प्रदान करता है।
  • ध्यान दें: शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में श्लोक का 108 बार पाठ करना अच्छा होता है।

7. पारिवारिक समस्याएँ

  • पंक्ति: “सभ सुखा लहै तुम्हारी सरना, तुम राखा काहू को डर ना।”
  • परिणाम: यह स्तोत्र परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और एकता बढ़ाने के लिए उपयोगी है।
  • ध्यान दें: हनुमान जी को गुलाब के फूल चढ़ाएं और इस श्लोक का पाठ करें।

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